
रोहिणा: जहां से शुरू होता है उज्जवल भविष्य।
"ॐ सर्वे भवन्तु सुखिनः, सर्वे सन्तु निरामयाः।
सर्वे भद्राणि प्रतिबुध्यन्ताम्, मा कश्चित् दुखभाग्भवेत्॥"
ग्रामीण विद्यालय
वार्षिक परिणाम
कुल शिक्षक
कुल सक्रिय छात्र

उच्च माध्यमिक विद्यालय रोहिणा
- भूमिका: शिक्षा के मौलिक अधिकार को साकार करने में अहम योगदान। सभी वर्गों के बच्चों को सस्ती और समान शिक्षा प्रदान करता है।
- महत्व: गरीब और मध्यम वर्ग के बच्चों को शिक्षा का अवसर देकर सामाजिक असमानता को कम करता है।

सरकारी कन्या विद्यालय
- भूमिका: लड़कियों को सशक्त बनाने और उनकी शिक्षा के अधिकार को सुनिश्चित करता है।
- महत्व: महिला सशक्तिकरण, बालिका शिक्षा और समाज में लैंगिक समानता को बढ़ावा देता है।

दी स्वरूप इंटरनेशनल स्कूल रोहिणा
- भूमिका:अंग्रेजी माध्यम 1-12 तक गुणवत्तापूर्ण, सुलभ, किफायती शिक्षा; संस्कार, नैतिकता, भारतीय संस्कृति और मातृभाषा ज्ञान को बढ़ावा।
- महत्व: ग्रामीण बच्चों को विश्वस्तरीय शिक्षा प्रदान करते हुए, किफायत और गुणवत्ता का ध्यान रखा गया है। आधुनिक सुविधाओं, डिजिटल लर्निंग और अंग्रेजी माध्यम से छात्रों के आत्मविश्वास और करियर में वृद्धि होती है।

जय हिन्द उच्च माध्यमिक विद्यालय रोहिणा
- भूमिका:हिंदी माध्यम में 1-12 तक गुणवत्तापूर्ण, सुलभ, किफायती शिक्षा; संस्कार, नैतिकता, भारतीय संस्कृति और मातृभाषा ज्ञान को बढ़ावा।
- महत्व: ग्रामीण बच्चों को विश्वस्तरीय शिक्षा प्रदान करते हुए, किफायत और गुणवत्ता का ध्यान रखा गया है। आधुनिक सुविधाओं, डिजिटल लर्निंग और हिंदी माध्यम से छात्रों के आत्मविश्वास और करियर में वृद्धि होती है।

शिवम पब्लिक स्कूल
भूमिका:
शिवम पब्लिक स्कूल 1-8 तक के छात्रों के लिए गुणवत्तापूर्ण, सुलभ और किफायती शिक्षा प्रदान करता है। यह संस्कार, नैतिकता, और भारतीय संस्कृति को बढ़ावा देते हुए मातृभाषा और अंग्रेजी शिक्षा में संतुलन स्थापित करता है।
महत्व:
ग्रामीण बच्चों को आधुनिक सुविधाओं और डिजिटल लर्निंग का लाभ देते हुए, आत्मविश्वास और शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार करता है। शिवम पब्लिक स्कूल, किफायती शिक्षा के साथ छात्रों को उज्ज्वल भविष्य की दिशा में प्रेरित करता है।
रोहिणा शिक्षा का शक्तिशाली गौरवशाली प्रभावशाली | केंद्र
विकास की मानसिकता का निर्माण
स्कूल बच्चों में प्रगतिशील सोच विकसित करते हैं, जिससे वे अपने गांव और समाज के विकास में योगदान देने को प्रेरित होते हैं।
साक्षरता में बढ़ोतरी
गांव के स्कूल साक्षरता दर को बढ़ाकर ग्रामीण समाज को अधिक जागरूक और सशक्त बनाते हैं।